हिन्दू पंचांग में महीने सूर्य की संक्रांति और चंद्र पर आधारित होते है | हर वर्ष सूर्य और चंद्र में लगभग 11 दिनों का अंतर आ जाता है | तीन साल में यह अंतर लगभग 1 महीने का हो जाता है | हर तीसरे वर्ष अधिक मास आता है | अधिक मास को मलमास या पुरुषोतम मास भी कहा जाता है | अधिक मास को मल मास इसलिए कहा जाता है क्योंकि सूर्य का इन चारों से संक्रमण जुड़ा होता है |
अधिक मास में कराएं भगवान विष्णु से जुड़ें महत्वपूर्ण दान, मिलेगा समस्त पापों से छुटकारा
इस बार आश्विन के महीने में अधिक मास है | अधिक मास 18 सितंबर 2020 से और 16 अक्टूबर 2020 तक रहेंगे | अधिक मास बहुत शुभ माना जाता है | अधिक मास का पूरा महीना पूर्ण रूप से भगवान विष्णु को समर्पित होता है | कहा जाता है की अधिक मास में पूजा पाठ मन से करने से बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होता है | मान्यता है अधिक माह में विष्णु भगवान की पूजा व मंत्र का जाप करने से विष्णु भगवान बहुत ही खुश होते है और अपनी कृपा दृष्टि अपने भक्तों पर बनाए रखते है |
हिन्दू धर्म में अधिक मास के दौरान कोई भी पवित्र कर्म वर्जित होते है | मलिन माने जाने के कारण ही इस मास का नाम मलमास पड़ गया है | अधिक मास के समय किये गए प्रयासों से व्यक्ति हर तीन साल में स्वयं को बाहर से स्वछ्कर परम निर्मलता को प्राप्त कर नई ऊर्जा से भर जाता है। मान्यतों के अनुसार इस मास के समय यज्ञ ,हवन भागवत पाठ और श्री विष्णु सहस्त्रनाम पाठ एवं पुराण का पाठ करने से अधिकतम लाभ प्राप्त होता है | अधिक मास में पूजा पाठ करने से सारे पापों की माफी मिल जाती है और समस्त इच्छाएं पूरी होती है |
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