मेष राशि - से पराक्रम भाव में वाला ये सूर्य ग्रहण आपका आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। आत्मविश्वास के साथ कार्य करे उन्नति होगी।
जाने अपनी समस्याओं से जुड़ें समाधान भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों के माध्यम से
वृषभ राशि- से धनभाव में पड़ने वाला ये सूर्य ग्रहण पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति दे सकता है।
मिथुन राशि - ग्रहण सर्वाधिक कष्ट कारक सिद्ध हो सकता है| किसी भी तरह के व्यवसाय या आर्थिक गतिविधियो में काफी सोच समझकर कर निर्णय ले।
कर्क राशि- से व्यय भाव में पड़ने वाला ये ग्रहण आपके लिए स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। नकारात्मकता से बचे |
सिंह राशि - से लाभ भाव में पड़ने वाला ग्रहण भाग्योदय से नए अवसर प्राप्त होंगे l
सूर्य ग्रहण के अवसर पर कराएं सामूहिक महामृत्युंजय मंत्रों का जाप - महामृत्युंजय मंदिर , वाराणसी
कन्या राशि - से दशम भाव में पड़ने वाला ग्रहण वाणी ,व्यहवार द्वारा रिश्तों में कड़वाहट आने से बचे । नौकरी में भी स्थान परिवर्तन की संभावना है।
तुला राशि - से भाग्य भाव में पड़ने वाला ये ग्रहण कार्यक्षेत्र में बाधा उत्पन्न करा सकता है। पिता का दीपक, घी, इत्र का दान करना चाहिए।
वृश्चिक राशि - से अष्टम भाव में पड़ने वाला यह ग्रहण स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होगा l
सूर्य ग्रहण के कुप्रभावों से बचने का आखिरी मौका , बुक करें महामृत्युंजय का जाप और हवन
धनु राशि - से सप्तम भाव में पड़ने वाले इस ग्रहण के कारण दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है l
मकर राशि - से छठे भाव में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण मिलाजुला फल देगा। ऋण, रोग और शत्रु आपको तंग कर सकते हैं। खानपान का ध्यान रखे |
कुंभ राशि - से पंचम भाव में पड़ने वाला यह ग्रहण संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है।
माय ज्योतिष के अनुभवी ज्योतिषाचार्यों द्वारा पाएं जीवन से जुड़ी विभिन्न परेशानियों का सटीक निवारण
मीन राशि - राशि से चतुर्थभाव में पड़ने वाला यह ग्रहण आपको पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति देगा
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार , सूर्य ग्रहण के दौरान
गायत्री मंत्र
गुरु मंत्र
सूर्य मंत्र का जाप करें।
यह भी पढ़े :-
कुंडली में कैसे बनते है विषयोग एवं चांडाल योग ?
जाने कुंडली में मंगल और चंद्र के कारण कैसे बनता है राजयोग ?
सूर्य ग्रहण 2020 : जाने क्यों महत्वपूर्ण हैं यह सूर्य ग्रहण ?