दीपावली हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने की अमावस्या के दौरान मनाई जाती है, और इस प्रदोष काल के दौरान महालक्ष्मी पूजा की जाती है। यदि प्रदोष काल 2 दिनों के भीतर अमावस्या के साथ मेल नहीं खाता है, तो दूसरे दिन दिवाली मनाई जाती है।
यदि आप भी धन सम्बंधित समस्त परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते है, तो जरूर बुक करें यह पूजा !
लक्ष्मी पूजा दिवाली के सबसे भव्य पहलुओं में से एक है। इस शुभ दिन पर, देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और माँ सरस्वती की रात के समय पूजा की जाती हैं। पुराणों के अनुसार, देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर उतरती हैं, और हर घर में जाती हैं। दिवाली के दिन घर की उचित सफाई करनी चाहिए साथ ही इस दिन विधिवत पूजनकर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करें और उनके दिव्य आशीर्वाद का आनंद लें।अपने पारंपरिक परिधानों में सजे लोग शाम को लक्ष्मी पूजा करते हैं और प्रसाद के रूप में मिठाई और फल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि मां लक्ष्मी की कृपा से ही घर में धन, संपत्ती समृद्धि आती है। जिस घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता वहां दरिद्रता घर कर लेती है। इसलिए मां लक्ष्मी का प्रसन्न होना बहुत जरुरी माना जाता है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए की जाती है मां लक्ष्मी की पूजा। पूजन का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए इसे शुभ मुहूर्त पर संपन्न करना आवश्यक होता है। प्रत्येक जगह पर मुहूर्त विभिन्न हो सकते है जिसके लिए यह अनिवार्य है की आप अपने स्थान के शुभ मुहूर्त पर ही पूजन करें। जिससे आपको देवी लक्ष्मी का पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त हो सकें।
कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में कराएं दिवाली लक्ष्मी पूजा, होंगी समस्त कर्ज सम्बंधित परेशानियां समाप्त : 14-नवंबर-2020
आइए जानतें है आपके शहर में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त:
1: नई दिल्ली: 05:28 PM से 07:23 PM
2: गुडगांव: 5:29 PM से 7:25 PM
3: नोएडा: 05:28 PM से 07:23 PM
4: जयपुर: 5:37 PM से 07:33 PM
5: चंडीगढ़: - 5:26 PM से 7:21 PM
6: अहमदाबाद: 5:57 PM से 7:55 PM
7: कोलकाता : - 4:54 PM से 6:52 PM
8:चेन्नई : - 5:41 PM से 7:43 PM
9:हैदराबाद : 5:42 PM से 7:42 PM
10:मुंबई : 6:01 PM से 8:01 PM
11:बेंगलुरु : 5:52 PM से 7:54 PM
12:पुणे: 5:58 PM से 7:59 PM
यह भी पढ़े :-
पूजन में क्यों बनाया जाता है स्वास्तिष्क ? जानें चमत्कारी कारण
यदि कुंडली में हो चंद्रमा कमजोर, तो कैसे होते है परिणाम ?
संतान प्राप्ति हेतु जरूर करें यह प्रभावी उपाय