मनुष्य स्वयं ही अपने कर्मों द्वारा ;
जीवन में दुख को आमंत्रित करता है ।।
- चाणक्य नीति
विष्णु गुप्त , वात्सायन , कौटिल्य , सामाजिक शास्त्री , अर्थशास्त्री , राजनीतिज्ञ व कई और नामों से जानने वाले चाणक्य जी । जी हां हम बात कर रही हूं हमारे महान आचार्य चाणक्य जी की।
महान बुद्धिजीवी आचार्य चाणक्य जी एक नीति शास्त्र का ग्रन्थ किया था । व इस नीति शास्त्र ग्रंथ में जीवन को सुखमय बनाने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं । आचार्य चाणक्य जी जो कि अपनी नीतियों की कुछ लोकप्रिय बातें हमारे लिए कह गए हैं । जिस कारण उन्हें अपने जीवन काल में खूब लोकप्रियता हासिल हुई ।अपने नीतियों के दम पर ही आचार्य चाणक्य जी ने एक सीधे-साधे बालक अशोक को नंद वंश के नाश करने पर उसे सम्राट बनाया था ।
जिस कारण ही हमारे अशोक सम्राट का नाम दुनिया भर में प्रसिद्ध नाम हुआ था ।आचार्य चाणक्य जी ने अपने नीति शास्त्रों में कुछ ऐसी बातों का जिक्र किया है , जिन्हें अगर हर व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले तो वह सुखी जीवन जी जाता है । उन नीति शास्त्रों में हमारे महान बुद्धिजीवी आचार्य चाणक्य ने इस बात का भी जिक्र किया है , कि अगर पति - पत्नी के रिश्ते में तनाव व कलह कि स्थिति आती है तो उस स्थिति का क्या कारण हो सकता है। हमारे हिंदू कल्चर के हिसाब से , पति - पत्नी का रिश्ता सबसे मजबूत होता है । एक - दूसरे का जीवन साथी होना ही नहीं , बल्कि एक - दूसरे के सुख - दुख के साथी होना पति और पत्नी के रिश्ते को दर्शाता है ।हर रिश्ते में थोड़ी बहुत अनबन तो होती ही है , लेकिन अगर यही अनबन पति और पत्नी के रिश्ते में हो , तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती हैं । ऐसे में इस रिश्ते को तनावी समस्याओं से कैसे बचाएं ?
नागवासुकि मंदिर में काल सर्प दोष पूजन करवाने से कभी नहीं आएँगे बुरे सपने, शीघ्र बुक करें
आइए अब आपको बताते हैं , कि ऐसी स्थिति में आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
प्रेम व समर्पण:-
किसी भी व्यक्ति के जीवन में बेहद जरूरी हो जाता है , उसके जीवन में प्रेम और समर्पण का होना । यही दोनों चीजें पति और पत्नी के रिश्ते में अनबन का कारण बन सकती है । जिस कारण दोनों के बीच ही तनाव व कलह पैदा हो जाता है ।
संवादहीनता :-
पति और पत्नी के रिश्ते में संवाद को लगातार बनाए रखना बेहद जरूरी होता है । अगर दोनों के बीच बातें ही ना हो तो यह रिश्ते को और भी कमजोर बना देता है । इसको अनबन का कारण बनने से रोकने के लिए बातचीत को हमेशा जारी रखें ।
एक - दूसरे के सम्मान का ध्यान होना :-
पति और पत्नी का रिश्ता एक - दूसरे के बिना अधूरा होता है । दोनों ही मिलकर इस रिश्ते को पूरा करते हैं । ऐसे में बेहद जरूरी हो जाता है , एक - दूसरे के प्रति आदर और सम्मान । इससे तनाव और कलह का कारण बनने से रोके ।
एक - दूसरे की राय को जानना :-
किसी भी व्यक्ति के जीवन में रिश्ते को बनाएं रखने के लिए बेहद जरूरी हो जाता है , आपके सामने वाले की राय मशवरा को जानना व साथ ही साथ पहचाना । और यह बात पति - पत्नी के रिश्ते में किसी भी कार्य को प्रगति में लाने से पहले ही बेहद ही महत्वपूर्ण हो जाती है । ऐसा ना करने से पति और पत्नी के रिश्ते के बीच खिंचाव पैदा होता है ।
यह भी पढ़े-
जानिए शुक्र के प्रभाव से वृषभ राशि को कैसे होगी आय में बढ़ोत्तरी
शिवसहस्त्रार्चन कराने से मिलेगी क़र्ज़ से मुक्ति, सावन में पूजन के लिए रजिस्टर करें
कहीं आप किसी ग्रह दशा से प्रभावित तो नहीं? पूछिए प्रसिद्ध ज्योतिषी से