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क्या श्राद्ध पक्ष के समय नई वस्तुओं की खरीदारी शुभ होती है या अशुभ

my jyotish expert Updated 22 Sep 2021 03:06 PM IST
shradh 2021
shradh 2021 - फोटो : google photo
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पितृ पक्ष यानी श्राद्ध पक्ष को लेकर ज्यादातर लोगों में धारणा बनी हुई है कि यह समय अशुभ होता है। इस दौरान कोई भी नई चीज नहीं खरीदनी चाहिए। क्योंकि इस समय पितर धरती पर अपने परिजनों के यहां रहने आते हैं। इसलिए कई लोग कहते हैं इस समय कोई भी खरीददारी नहीं करनी चाहिए। यही कारण है कि पितृ पक्ष के समय कई व्यापार और उद्योग धंधे मंदे पड़ जाते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ऐसी सभी मान्यताओं का अनैतिक बताया है और इन दिनों कोई भी चीज खरीदना अशुभ नहीं है। शास्त्रों में भी कहीं इस बात का कहीं उल्लेख नहीं किया गया है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष में खरीददारी करना शुभ है या अशुभ…

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इन धारणाओं का कोई आधार नहीं

कई लोग मानते हैं पितर अपने परिजनों के बीच आते हैं और इस दौरान जब कोई नई चीज खरीदते हैं तो उनको समर्पित होती है, जिससे खरीदी गई चीज में प्रेत का अंश होता है। साथ ही कुछ लोग मानते हैं कि पितरों की इस समय श्राद्ध कर्म करके सेवा करनी चाहिए बजाय की कोई नए कपड़े, गाड़ी, गहने आदि खरीदें। ऐसा करने से पितर नाराज हो जाते हैं और वह अपना आशीर्वाद नहीं देते। लेकिन ऐसी सभी धारणएं गलत हैं और इन सब चीजों का कोई आधार नहीं है।

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ऐसे कार्य नहीं करने चाहिए

पितृ पक्ष के दौरान आपराधिक, अमानवीय और हर तरह के गलत कार्यों से बचना चाहिए। इस समय किसी के बारे में बुरा ना सोचें और करें। पितृ पक्ष भी अन्य दिनों की तरह ही शुभ माने जाते हैं क्योंकि इस समय पितर हमारे घर पर आते हैं, जो कि खुशी का समय है। उनका श्राद्ध करके आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।

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16 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष में केवल मांगलिक कार्य जैसे विवाह, उपनयन संस्कार, नींव पूजन, मुंडन, गृह प्रवेश आदि करना अशुभ बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब पूर्वज अपने परिजनों के यहां आशीर्वाद देने आते हैं तब कोई भी नई वस्तु देखकर खुश ही होते हैं क्योंकि उनके बच्चे तरक्की कर रहे हैं, इससे उनको सुकून और शांति मिलती है। इन दिनों में पूर्वजों के लिए श्राद्ध, तर्पण और दान-पुण्य करना चाहिए।

ग्रंथ में इस बात का जिक्र नहीं है कि श्राद्धपक्ष में खरीदारी नहीं करनी चाहिए। पुराणों और स्मृति ग्रंथों में सिर्फ पितरों के लिए श्राद्ध की बात कही गई है। ज्योतिष ग्रंथ मुहूर्त चिंतामणि में बताया गया है कि पूरे साल खरीदारी की जा सकती है। जिसके लिए मुहूर्त भी दिए गए हैं। पं. मिश्र बताते हैं कि सिर्फ मृत्यु सूतक में ही शुभ कामों के लिए खरीदारी नहीं की जा सकती। इसके अलावा मांगलिक कामों की खरीदारी कभी भी की जा सकती है।
कई लोगों का मानना है कि श्राद्ध पक्ष में कपड़े, घर, गाड़ी आदि की खरीदारी करने से दोष लगता है या पितृ देव नाराज हो जाएंगे। विद्वानों के मुताबिक ये बातें आधारहीन है। नई चीजें खरीदने और सुख बढ़ने से पितृ देवता कभी नाराज नहीं होते। बल्कि पितरों के प्रसन्न होने से ही घर में समृद्धि आती है। इसलिए श्राद्ध में खरीदारी की जा सकती है।


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