इस सुपर मून में क्या खास है?
8 अप्रैल का पिंक सुपर मून इसलिए खास है क्योंकि यह पूरे भारत में दिखाई देने वाला है। यह "चैत्र पूर्णिमा" के दिन पूरे भारत में दिखाई देगा । यह स्टार गेजर्स को सर्वश्रेष्ठ दृश्य प्रदान करेगा।इस दिन चंद्रमा बुधवार शाम 6: 17 पर उदय होगा और गुरुवार को 6:19 पर अस्त होगा।इस दिन हस्त नक्षत्र तथा आंनद योग है। संवत्सर भी आनंदी है इसलिए सब ठीक रहेगा। इस दिन हनुमान जयंती भी है इसलिए सभी निजी स्थान पर सुरक्षित दूरी रखकर व्यक्तिगत रूप से ही पर्व को मनाए।
सुपर मून क्या है?
एक सुपर मून तब होता है जब पूर्ण या नया चंद्रमा मासिक कक्षा में पृथ्वी के अपने निकटतम बिंदु के साथ मेल खाता है। इस दिन चंद्रमा के आकार में वृद्धि का मुख्य कारण इसकी कक्षा है जी की परिपत्र नहीं अण्डाकार होता है । चंद्रमा के निकटतम बिंदु (परिधि) और सबसे दूर बिंदु (अपोजी )के बीच लगभग 30,000 मील के आसपास का अंतर है । जब तालमेल (समय जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य संरेखित होते हैं) और परिधि संयोजन,समान हो जाता है तब सुपर मून होता है। यह वो समय है जब आकाश में चंद्रमा सामान्य चंद्रमा की तुलना में बहुत बड़ा और चमकीला दिखाई देता है।
ज्योतिषियों की सुपर मून में इतनी दिलचस्पी क्यों है?
क्रस्टल और ओशनिक ज्वार के साथ चंद्रमा के संबंध ने विभिन्न दावों को जन्म दिया है जिससे माना जा रहा है की सुपर मून हानिकारक घटनाओं के जोखिम को बढ़ा सकता है।
एस्ट्रो मौसम विज्ञान के अनुसार इस सुपर मून को बहुत पुरानी परंपरा जिसमें की पूर्वी उत्तर अमेरिका में इस मौसम के दौरान गुलाबी काई खिलती है और इसी कारण इस मून को गुलाबी सुपर कहा जाता है।
इस अध्भुत चंद्रमा को देखने के लिए हो जाएं तैयार
8 अप्रैल हम सभी के लिए इस बंद हालत में हैं एक दृश्य उपचार लेकर आया है।इस दिन आकाश बिना किसी प्रदूषण के बिल्कुल स्पष्ट दिखाई पड़ेगा ,इसलिए यह बहुत ही शानदार दृश्य हो सकता है। यह साल का वह दिन है जब वास्तविकता कल्पना में बदल जाती है। आपको बस इतना करना है की सुरक्षित भौतिक दूरी रखते हुए आकाश को देखें क्यूंकि शानदार सुपर मून आपको नमन करने के लिए बिलकुल तैयार है।
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