Thursday pooja
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पौराणिक कथाओं के अनुसार जीवन के कुछ काम ऐसे होते है जिनका प्रभाव अच्छा नहीं होता। जीवन में नकारात्मकता फैलती हैं। मान्यता है कि यदि रोज़ाना किसी देवी - देवता की आराधना की जाएं , तो मनोंकामना पूरी ज़रूर होती हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती हैं । श्री हरि विष्णु की कृपा प्राप्त करने हेतु, बृहस्पतिवार के दिन व्रत रखें और उनकी पूजा करें । गुरुवार के दिन की मान्यताओं के अनुसार ऐसे कुछ काम है जो इस दिन नहीं करने चाहिए । माना जाता हैं कुछ चिज़े है जिनको करने से भगवान विष्णु नाराज़ हो जाते हैं।
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गुरुवार के दिन घर मे कपड़े धोना,पोंछा लगाना,कबाड़ बाहर निकलना आदि काम नहीं करने चाहिए । यह चीज़े बृहस्पति गृह को प्रभावित करती हैं । वास्तु के हिसाब से घर की दिशा का ईशान कोण ,जिसका गुरु बृहस्पति गृह होता है और इसका संबंध परिवार के बच्चों , शिक्षा और धर्म से भी होता हैं। पोंछा आदि कार्य करने से बच्चों व शिक्षा पर असर पड़ता हैं।
शास्त्रों के अनुसार इस दिन महिलाओं को अपने बाल नहीं धोने चाहिए क्योंकि महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति और संतान दोनों का कारक होता हैं। जिसके कारण इस दिन बाल धोने से बृहस्पति गृह कमज़ोर हो जाता हैं , जिससे शुभ काम मे अर्चन आती है । इस दिन बाल भी नहीं कटवाने चाहिए । बाल कटवाने से उन्नति बाधित होती हैं।
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गुरुवार के दिन सुबह स्नान करके विष्णु जी की पूजा करें। पूजन में पीली वस्तुएं, पीले फूल, चने की दाल, मुनक्का, पीली मिठाई, पीले चावल और हल्दी चढ़ाएं। इस दिन केले के पेड़ की भी पूजा की जाती है। कथा पढ़ते और पूजन के समय सच्चे मन से मनोंकामना मांगें जल में हल्दी डालकर केले के पेड़ पर चढ़ाएं और केले की जड़ में चने की दाल और मुनक्का चढ़ाएं। इसके पास ही दीपक जलाकर पेड़ की आरती करें।
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