शनि को अशुभ तब माना जाता है जब कोई व्यक्ति सारे काम में लापरवाह करते हैं और कार्यों को टालते रहते हैं। उस व्यक्ति का स्वभाव और वाणी बहुत ही कठोर हो जाता है। अगर उस व्यक्ति के जीवन में कोई बड़ी घटना घटित होती है तो अचानक से उसके जीवन में बदलाव आ जाता है। उसके बाल भी रूखे होने लगते हैं। उनके जीवन में ऐसी भी स्थिति होती है जब वह बिलकुल अकेला पड़ जाते हैं। हर कदम पर उन्हें संघर्ष करना पड़ता है।
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शनि लोगों के लिए शुभ तब माना जाता है जब कठिन परिश्रम करता है और आगे बढ़ता है। उस व्यक्ति के बाल भी अधिक घने होते हैं। उस व्यक्ति के अंदर कर्मठता होती है और बहुत ही अनुशासित होते हैं। वह परिवाहन और कानून से सम्बन्ध रखता है। संघर्ष करने के बाद उस व्यक्ति को धन की प्राप्ति भी हो जाती है।
वर्तमान में भी शनि के अलग लक्षण दिखने को मिल सकते हैं जिसे अशुभ माना जाता है। जैसे व्यक्ति के बाल ज्यादा झड़ने लगें। हड्डियों में जब ज्यादा दर्द होने लगे। घरों के अंदर सीलन आने लगे।
शनि अगर अशुभ है तो इसके भी कई उपाए हैं। ऐसे व्यक्ति को भगवान शिव और श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। धर्म के रास्ते पर चलना अवश्य चलना चाहिए। संध्या के वक़्त शनि के मंत्रों का उपचारण अवश्य करें। अपने व्यवहार और आचरण को हमेशा शुद्ध रखना चाहिए। हल्के नीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए। कभी भी देर रात तक नहीं जगे।
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