- बाजर से कपास के फूल खरीदकर रविवार की शाम को 5 फूल थोड़े पानी में भिगो दे | अगले दिन यानि सोमवार को सुबह उठकर उन फूलों को पानी से निकालकर फेक दे और बचे हुए पानी को पी ले | ऐसा करने से स्वास्थ्य में लाभ प्राप्त होता है |
- रात के वक्त बेडरूम में कपूर जलाने से पितृदोष दूर होता है और घर में शांति का आगमन होता है | रात को बुरे सपने आने दूर हो जाते है और सभी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है|
- पूर्णिमा के दिन रात के समय घर में खीर जरूर बनाए और ठंडी खीर का माँ लक्ष्मी को भोग लगाए | पितृ का ध्यान करके थोड़ी खीर कुत्तों को भी खिला दे |
- अगर किसी भी व्यक्ति को कोई बीमारी हो तो उस व्यक्ति को चंदन मिलाकर शहद चटाए | घर में पुत्र बीमार हो तो छोटी कन्याओं को खिलाए और पीपल के पेड़ की लकड़ी को पुत्र के तकिये के पास रख दे|
- अगर घर की स्त्री लगातर बीमार रहती है तो घर में तुलसी का पौधा लगाकर रोज श्रद्धा पूर्वक उसकी देखभाल करें और दीप जलाए | ऐसा करने से बीमारी दूर हो जाएगी |
- घर के सदस्यों में से किसी भी व्यक्ति की तबियत खराब रहती हो तो रविवार के दिन सवा किलो लड्डू किसी मंदिर में चढ़ाये और 75% वही प्रसाद के रूप में बाट दे |
- परिवार का कोई व्यक्ति दवाई लेने के बाद भी बीमार रहता हो तो रविवार से 3 दिन तक लगातार गेहूं के आटे का पेड़ा तथा एक लोटा पानी व्यक्ति के सिर के ऊपर से उतार कर जल को पौधे में डाल दें तथा पेड़ा गाय को खिला दें। इन 3 दिनों के अन्दर व्यक्ति अवश्य ही स्वस्थ महसूस करने लगेगा। अगर इस अवधि में रोगी ठीक हो जाता है, तो भी इस प्रयोग को अवश्य पूरा करना चाहिए।
- 7 दिन तक लगातार पीपल के पेड़ को 12 बजे से पहले जल में दूध मिलाकर सींचें और शाम के समय तेल का दीपक और अगरबती जलाए| बीमारी जल्दी ही दूर होगी |
- मुट्ठी भर काले चनो को शुक्रवार को भिगो दे और फिर शनिवार के दिन छानकर काले कपड़े में एक कील और एक काले कोयले के टुकड़े के साथ बांध दें । फिर इस पोटली को रोगी के ऊपर से 7 बार वार कर किसी तालाब या कुएं में फेंक दें। ऐसा लगातार 3 शनिवार करें। बीमार व्यक्ति शीघ्र अच्छा हो जायेगा।
- अगर किसी व्यक्ति के बहुत देर तक बेठने से शरीर सुन्न हो जाये तो उंगली से 27 लिख दे ,सुन्न अंग तुरंत ठीक हो जाएगा।
- अगर किसी व्यक्ति की मरने की आशंका हो तो उसके सिर पर से 7 बार गुण और तेल के मिश्रण में काले तिल और जौ की रोटी मिलाकर घुमए | मंगलवार या शनिवार को किसी भैंस को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें।
- गुड़ के गुलगुले लेकर उसे 7 बार रोगी के सिर से उतारे मंगलवार या शनिवार व इतवार को चील-कौए को डाल दें, इससे रोगी को तुरंत राहत मिलने लगती है।
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