कहते है जो भी व्यकित शनिदेव से जुड़े दान और उनके मंत्रों का जाप करता है। उसे बढ़ते कर्ज से मुक्ति पाने में मदद मिलती है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है साथ ही बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। यहीं नहीं शनिदेव की पूजा से साढ़े साती के प्रकोप से भी निजात मिलता है।
पर्सनलाइज्ड रिपोर्ट से जानें राहु केतु राशि परिवर्तन किस प्रकार करेगा आपको प्रभावित
- कर्ज़ से मुक्ति के लिए शनिवार को भक्त विशेष पूजा करते हैं ।
- शनि छठे भाव के स्वामी होकर धन भाव अर्थात द्वितीय भाव अथवा एकादश भाव में बैठते हैं जो जातक को कर्ज़दार बना सकता हैं।
- शनि छठे भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव या एकादश भाव में बैठते हैं तो जातक को कर्ज लेना पड़ सकता हैं।
- गोचर में जब भी शनिदेव पंचम भाव को देखते हैं तो उस समय भी जातक को कर्ज लेना पड़ सकता हैं।
- शनि यदि वक्री नीच राशीस्थ अथवा अस्त होते हैं तो भी जातक को कर्ज लेना पड़ सकता हैं।
शनिदेव को ऐसे मनाएँ
- शनिवार के दिन कौवों को काले गुलाब जामुन खिलाएं और शनि चालिसा का पाठ करें।
- शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी में सरसों का तेल लगाकर खिलाएं ।
- कुत्तों को विशेष आदर दें उनके साथ बुरा बर्ताव न करें।
- शनिदेव बजरंगबली की पूजा करने से शांत होते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव का व्रत और पूजा करें।
- शाम को हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनिदेव का प्रकोप टल जाता है।
- शनि देव को काला रंग पसंद हैं, इसलिए काले रंग के जानवरों को भोजन कराएं।
Rahu Ketu Transit 2020: राहु - केतु राशि परिवर्तन, जानें इसके शुभ - अशुभ प्रभाव
राहु एवं केतु किस प्रकार आपकी कुंडली को प्रभावित कर सकतें है ?
यदि आप है कोर्ट केस और मुकदमों से परेशान, तो जरूर करें यह उपाय !