कर्ज को एक ऐसा दलदल कहा जाता है जिसमें अगर कोई व्यक्ति फस जाए तो उसकी बर्बादी निश्चित होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार षष्टम, अष्टम और द्वादश भाव के साथ में मंगल को कर्ज़ का चालक ग्रह कहा जाता है । यदि व्यक्ति का षष्टम अष्टम और द्वादश भाव नीच स्थिति में हो या मंगल कमजोर हो तो व्यक्ति ऋणी बना रहता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अशुभ ग्रहों की दृष्टि मंगल पर पड़ती है तो कर्ज होता है जिसको उतारना बहुत ही मुश्किल होता है ।
अपार धन की प्राप्ति के लिए अधिकमास की पूर्णिमा पर कराएं सामूहिक विष्णुसहस्त्रनाम अनुष्ठान - लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली: 1-अक्टूबर-2020
शास्त्रों के अनुसार मंगलवार और बुधवार को कर्ज का लेन - देन नहीं होना चाहिए। यदि व्यक्ति मंगलवार के दिन कर्ज़ लेता है तो वह उसको चुका नहीं पाता साथ ही साथ उसकी संतानों पर उस चीज का प्रभाव पड़ता है और वह कई कठिनाइयों का सामना करते हैं ।
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कर्ज निवारण से मुक्ति के लिए उपाय :
- कर्ज से मुक्ति पाने के लिए ऋणमुक्तेश्वर महादेव की शनिवार के दिन पूजा करें।
- यदि मंगल की भात पूजा ,दान ,होम और मंगल के मंत्रों का जाप किया जाए तो कर्ज से मुक्ति मिलती है।
- शास्त्रों के अनुसार मंगलवार और शनिवार के दिन कर्ज का लेनदेन कभी नहीं करना चाहिए ।
- कर्ज उतारने के लिए लाल और सफेद कपड़ो को ज्यादा से ज्यादा धारण करना चाहिए ।
- कर्ज मुक्त होने के लिए गणपति जी को रोज दूर्वा और मोदक का भोग लगाना चाहिए ।
- श्री गणेश का हर बुधवार को अथर्वशीर्ष का पाठ करने से कर्ज संबंधित परेशानियां दूर होती है।
- कर्ज मुक्त होने के लिए रोज शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए ।
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