- उत्तर पूर्व दिशा में प्रतिदिन एक मोमबत्ती या दीपक जलाएं। यह अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- नलों के लगातार टपकने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और स्वास्थ्य में गिरावट का संकेत मिलता है। सुनिश्चित करें कि आपके घर में नल से पानी टपकें नहीं।
- टॉयलेट, स्टोर या किचन के कमरें में सीढ़ियों के नीचे की जगह का उपयोग करने से नर्वसनेस और दिल की बीमारियाँ हो सकती हैं।
- अध्ययन या कार्य करते समय उत्तर या पूर्व की ओर मुख करें। यह अच्छी याददाश्त को बढ़ावा देता है।
- तुलसी का पौधा लगाने से घर में हवा शुद्ध होती है। रबर प्लांट, कैक्टस, बोनसाई और अन्य दूधिया पौधों से बचें। यह आपकी बीमारी और तनाव को बढ़ा सकते हैं।
- अपने घर के पूर्वोत्तर कोने में सीढ़ियों या शौचालयों का निर्माण न करें; यह स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों का कारण बनता है और बच्चों के विकास को बाधित करता है।
- दक्षिण-पश्चिम दिशा में एक मास्टर बेडरूम शारीरिक और मानसिक स्थिरता सुनिश्चित करता है। उत्तर पूर्व दिशा में कभी भी शयनकक्ष का निर्माण न करें; यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
- सोते समय अपने सिर को हमेशा दक्षिण दिशा में रखें। यह एक शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देता है। उत्तर दिशा में सिर रखकर सोना उचित नहीं है क्योंकि इससे तनाव और दर्द होता है।
- एक गर्भवती महिला को गर्भपात की संभावना को रोकने के लिए पूर्वोत्तर दिशा में सोने से बचना चाहिए।
- लोहे के बेड पर सोने से बचें एवं सरल लकड़ी के बिस्तर का उपयोग करें।
- हल्के बीम के नीचे सोने से बचें क्योंकि इससे अवसाद, सिरदर्द और स्मृति हानि होती है।
- अपने बिस्तर को दर्पण के सामने न रखें, यह निग्मार्स का कारण बनता है।
- शौचालय की दीवार के साथ अपने बिस्तर को कभी भी संरेखित न करें, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा आती है।
वित्तीय समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष उपाय
अपनी राशिनुसार जाने सबसे उपयुक्त निवेश
ज्योतिष किस प्रकार आपकी सहायता करने योग्य है ?