मोहिनी एकादशी में मुख्य तौर पर भगवान विष्णु के मोहिनी के अवतार की पूजा अर्चना के लिए ह़ोता हैl ऐसी मान्यता है lइस एकादशी का व्रत करने से व्रती के सभी बिगड़े काम बन जाते हैंl और भगवान विष्णु की कृपा से उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं l
आज हम मोहिनी एकादशी के बारे में विस्तार से जानेंगे
मोहिनी एकादशी हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की ग्यारस को मनायी जाती हैl इस बार हिंदू पंचाग के अनुसार 23 म ई को मोहिनी एकादशी हैl इस तिथि को एकादशी मोहिनी के नाम से भी जाना जाता हैl
क्या है मोहिनी एकादशी का महत्व
वेदव्यास की महाभारत में भी मोहिनी एकादशी का वर्णन मिलता हैl पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धर्म राज युधिष्ठिर ने भी इसे किया हैlबता दे कि एक बार धर्म राज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से कहा कि आप मुझे कोई ऐसा व्रत बताएं, जो सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला साथ ही कष्ट को हरने वाला था तब श्रीकृष्ण कहते हैंl धर्म राज युधिष्ठिर अपने बहुत अच्छा प्रश्न किया हैl मैं आपको आज एक ऐसे ही व्रत को बताऊंगा और फिर भगवान श्री कृष्ण ने मोहिनी एकादशी व्रत को बताया थाl
अक्षय तृतीया पर कराएं मां लक्ष्मी का श्री सूक्तम पाठ एवं हवन, होगी अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति - अंबाबाई महालक्ष्मी कोल्हापुर, 14 मई 2021
मोहिनी एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारम्भ: 22 मई 2021 को 09 : 15 ए एम बजे से.
एकादशी तिथि समाप्त: 23 मई 2021 को 06 : 42 ए एम बजे तक.
व्रत में इन बातों का ध्यान रखें :
1.एकादशी का व्रत पूर्ण अनुशासन के साथ पूर्ण करना चाहिएl
2.एकादशी के व्रत में पारण को भी विशेष माना गया हैव्रत में इन बातों का ध्यान रखेंl
3. व्रत के पारण नियमों का भी पालन करना चाहिए l
4. एकादशी का व्रत शुद्ध मन से करना चाहिए l
5.मन में किसी प्रकार का पाप विचार नहीं लाने चाहिएl
6. व्रत के दौरान बुरी चीजों से भी बचना चाहिए l
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