मनुष्य के दैनिक कामों में खाना खाना भी शामिल हैं । धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक विशेष कर रात में कुछ चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए कहते हैं इसके सेवन से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है । माना जाता है रात में कुछ चीजों के सेवन से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है और आपको धन सम्बंधी परेशानी उठानी पड़ती है ।
आज हम आपको बताएगें की खाना खाते समय व्यक्ति को किन बातों को ध्यान रखना चाहिए
1. नहीं करना चाहिए इसका सेवन रात में
हम सब ने अपने घर में कई बार ऐसा सुना है, कि रात को ये नहीं खाना चाहिए ये नहीं पीना चाहिए । जिसको हम अक्सर नजर अंदाज कर देते हैं और उस चीज का सेवन रात में ही कर लेते हैं ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रात के समय दूध पीना अच्छा माना गया है लेकिन दही का सेवन नहीं करना चाहिए ।
इसका एक कारण तो ये है कि दही ठंडा पदार्थ माना जाता है और रात में इसे खाने से सर्दी-जुकाम हो सकता है। वहीं कहते है कि ऐसा भोजन रात में करने से धन की हानि होती है। इसके अलावा चावल, सत्तू, मूली भी रात में नहीं खानी चाहिए।
2. दिशा और जगह का रखें ध्यान
हमारे यहाँ हर चीज की दिशा निर्धारित की है कि किस तरफ भगवान को स्थापित करना चाहिए किस तरफ पैर होने चाहिए, और भगवान की प्रार्थना किस दिशा में बैठकर करना चाहिए । किन्तु बहुत कम ही लोग इससे अवगत है कि हमारे यहाँ ऐसी मान्यता है।
भोजन करते समय मुंह पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए अन्यथा इससे धन की हानि हो सकती है । इसके ही जूते पहनकर भी भोजन नहीं करना चाहिए । खाना खाने की सबसे अच्छी जगह रसोई घर मानी जाती है । मान्यता है कि इससे राहु ग्रह शांत होता है ।
3 खाना बनाते समय इस बात का रखें ध्यान
आज कल जल्दी बाजी के चक्कर मे लोग खाना बनाने से मतलब रखते हैं। न कि इससे कि उस को बनाने के लिए वो कुछ नियम का भी पालन करे वैसे भी हिन्दू धर्म में खाना बनाने का भी एक नियम होता है ।
उसे स्नान करके ही बनाया जाए इसलिए हमारे यहाँ पर ये कहते भी है ।
भौमवती अमावस्या पर गया में कराएं पितृ तर्पण, समस्त कर्ज एवं ऋण सम्बंधित कष्ट होंगे दूर : 11th May 2021
खाना हमेशा स्नान करके ही बनाना चाहिए साथ ही पहली रोटी के 3 हिस्से कर एक हिस्सा गाय, दूसरा कुत्ते और तीसरा कौवे के लिए निकालकर रखें। फिर अग्निदेव को भोग लगाकर ही घर वालों को भोजन खिलाएं ।
4 ऐसे न करें भोजन
कई बार हम जल्दी जल्दी के चक्कर में हम किसी भी बर्तन में खाना खा लेते हैं। और कुछ ऐसे बर्तन का खाना खाते वक्त हम उपयोग कर लेते हैं। जिन बर्तनो को अक्सर घर में उपयोग करने को मना किया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि हाथ पर रखकर और टूटे-फूटे बर्तनों में भोजन नहीं करना चाहिए, साथ ही कभी भी पीपल और वटवृक्ष के नीचे भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इन दोनों वृक्ष पर भगवान का निवास होता है ।
5 खाने का न करें अपमान
हम कभी -कभी जब हमारे पंसद का खाना नहीं बना होता तो हम उसकी निंदा करते हुए ये कहते हैं कि उसका स्वाद अच्छा नहीं है । जो हमसे नही खिलाता इसे अच्छा तो हम कुछ और खा ले और हम उस को छोड़कर कुछ दूसरा खाने का मन बना लेते हैं और उस खाने को भला बुरा कहते हैं ।
बता दें कि भोजन की कभी निंदा नहीं करनी चाहिए। गुस्से में कभी भोजन छोड़ना या फेंकना नहीं चाहिए । खड़े-खड़े या फिर जूते पहनकर, सिर ढककर भोजन नहीं करना चाहिए ।
ये भी पढ़े :
हनुमान के वो गुण जिससे कर सकते हैं आप अपने व्यक्तित्व का विकास
क्या कोरोना वायरस का कहर कम होने वाला है? जानें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार
कौन थी माता पार्वती और भगवान शिव की तीन बेटियां, जानिए इसकी कथा