आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग कही न कही अपने स्वास्थ पर ध्यान देना भूल जातें है। जिसके कारण उन्हें कम उम्र में ही अनेकों बीमारियों का सामना करना पड़ता है। सुखद जीवन के चयन में बहुत हद तक व्यक्ति अपने वास्तविक मूल्य यानि की स्वास्थ को नजर अंदाज करता है। प्राचीन काल से सभी सुनते आये है की स्वास्थ ही धन है और कही न कही यह वास्तव में सत्य भी है। इसलिए, सभी को अपने स्वास्थ्य को एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण से देखना चाहिए। अपने स्वास्थ के प्रति सजक रहना बहुत ही आवश्यक होता है। इस बुधवार को अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली और कल्याण को बढ़ाने के लिए निम्न मंत्रों का जाप करें।अच्छे स्वास्थ्य के लिए और अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार लेना जरुरी होता है।
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उचित भोजन का सेवन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए बल्कि , व्यक्ति को मानसिक तनाव को कम करने में भी सहायक होता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अंतर-निर्भर हैं। इसलिए व्यक्ति को दोनों के हित में सोचना समान रूप से सोचना चाहिए। अपने नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करने और अपनी सांस को नियंत्रित करने के लिए प्रणव मंत्र 'ओम' का जाप करना चाहिए। स्वास्थ की कामना करतें समय महादेव पुत्र श्री गणेश की पूजा जरुर करनी चाहिए। गणपति जी विघ्नहर्ता के नाम से जाने जातें है। इनकी आराधना से भक्तों के जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जातें है तथा वह एक सुखद जीवन शैली व्यतीत करने में सक्षम होतें है।
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समग्र विकास, कल्याण और सभी बाधाओं को दूर करने की शक्ति के लिए निम्न मंत्र का जाप करें। यह जीवन के सभी पहलुओं से संकटा को खत्म करने के लिए सक्षम है। कहा जाता है की व्यक्ति जीवन में सभी और सफल हो सकता है , जब वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो। गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए विधि - विधान से बुधवार के दिन उनका पूजन करें , साथ ही उन्हें बेसन के लड्डू का भोग भी चढ़ाएं। गणपति बप्पा की पूजा से बड़े से बड़ा संकट भी समाप्त हो जाता है और घर में खुशहाली आती है।
- प्रणम्य शिरसा देवम गौरी पुत्रम विनायकम
- भक्तवसम् स्मार्निथ्यम् अयुह कामार्थ सिद्धये
- प्रथामं वक्रतुंडम् च एकदंतम् द्वितियकम्
- त्रितीयम कृष्ण पिंगाक्षम् गजवक्त्रम चतुर्थकम्
- लम्बोदरं पंचमं च षष्टम विकटमेव च
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