देश में जहां एक तरफ कोरोना के नए केस की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही हैं जिसके चलते कई राज्यों ने धार्मिक स्थलों पर पाबंदी के फैसले पर राज्य सरकार विचार कर रही हैं। वहीं अब देश में कुंभ के मेले की लहर शुरू हो गई है जिसमें लोगों की काफी मानता होती हैं। हर 4 साल के समय होने वाले कुंभ के मेले को अर्द्ध योग का वास्तविक श्री गणेश माना जाता है। परंतु हर साल कुंभ का मेला 14 अप्रैल से शुरू होकर 14 मई तक बना रहता है।
जोकि हरिद्वार में मनाया जाता है जिसमें करोड़ों श्रद्धालु स्नान व पूजा-पाठ कर अपने सभी पापों से धुल जाते हैं। हैं। केवल हरिद्वार ही नहीं बल्कि उज्जैन, नासिक और प्रयागराज जैसे पावन स्थानों पर भी कुंभ के इस मेले का आयोजन किया जाता हैं। भारत में हिंदू धर्मों और त्योहारों को बहुत ही खास व धूमधाम से मनाया जाता हैं।
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बता दें कि कोरोना महामारी की दुसरी लहर देशभर में शुरू हो चुकी हैं जिसके चलते देश में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया हैं। इस खतरे को देखते हुए सरकार ने कुंभ के मेले पर सख्ती से नियमों का पालन करने को कहां है। हरिद्वार हमेशा से ही भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है और इसके अलावा भारी संख्या में लोग घूमने भी आते हैं।
इन सब को देखते हुए सरकार ने अलग-अलग राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया। आप को बता दें 12,14,27 अप्रैल को हरिद्वार में शाही स्नान है। इस खास मौके पर काफी भारी संख्या में श्रद्धालु एकजुट हो सकते हैं। जिसके लिए सरकार ने सख्ती से नियम का पालन करने के लिए ऐलान किया और कुछ कड़े नियम भी बनाए गए हैं।
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