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माँ संतोषी की आराधना से पूर्ण होंगी समस्त इच्छाएं

MyJyotish Expert Updated 08 May 2020 07:14 PM IST
All wishes will be fulfilled by worshiping Mother Santoshi
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हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माँ संतोषी सुख - सुविधाओं और साधनों की देवी मानी जाती हैं। इनके आशीर्वाद से व्यक्ति समस्त सांसारिक सुखों से परिपूर्ण हो जाता है। शुक्रवार के दिन देवी की पूजा बहुत ही लाभकारी प्रमाणित होती है। इनकी उपासना परिवार धन - धान्य , सुख - शांति एवं सम्पदा से भरा रहता है।



देवी संतोषी की उपासना यदि सच्चे मन से की जाए तो घर में सुख एवं सौभाग्य का वास होता है। भक्त की समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। नौकरी और व्यापार में धन का लाभ होता है। एवं व्यवसाय दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की करता है। देवी संतोषी पारवारिक कलह - कलेश का समापन  कर व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर देती हैं। इनका आशीर्वाद अमूल्य है तथा भक्तों के लिए बहुत  ही शुभ साबित होता है।

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माँ संतोषी की महिमा की असंख्य गाथाएं प्राचीन काल से ही सर्वोपरि विख्यात हैं। उनके विश्वभर में अनेकों मंदिर प्रसिद्ध रूप से जाने जाते हैं। देवी संतोषी अत्यंत ही सरलता से अपने भक्तों के दुखों को दूर कर देती हैं। उनके आशीर्वाद से भक्त के जीवन से सभी विपदाओं की समाप्ति होती है। देवी संतोषी कृपालु हैं, उनकी कृपा से घर-परिवार में ख़ुशी रहती है तथा दांपत्य जीवन की परेशानियों का निवारण होता है।

देवी की आस्था करने से सुयोग्य संतान की प्राप्ति भी होती है। कठिन परिश्रमों के पश्चात् भी यदि कोई कार्य की पूर्ति नहीं हो रही है या वह कार्य बार - बार निष्फल हो रहा है। तो पूर्ण श्रद्धा से देवी संतोषी का ध्यान करना चाहिए इससे व्यक्ति के कार्य में आ रही अड़चने दूर हो जाती हैं एवं उसका कार्य सफल होता है।

शुक्रवार के दिन काशीपुर के संतोषीमाँ मंदिर में कराएं पूजन ,और पाएं सुयोग्य संतान की प्राप्ति

शुक्रवार के दिन प्रातः काल उठकर देवी की उपासना करनी चाहिए। देवी संतोषी को खीर एवं मिठाइयों का भोग लगाना चाहिए। इस दिन छोटी - छोटी कन्याओं को भोजन करवाने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है। देवी हर रूप में संसार के कण-कण  में समाई हुई है। इसलिए हर रूप में उनकी उपासना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।

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