बुध ग्रह शांति पूजा
मनुष्य जीवन में बुध ग्रह का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। यदि किसी व्यक्ति का बुध ग्रह मजबूत हो तो उसे संसार के सम्पूर्ण सुख की प्राप्ति होती है। वहीं यदि किसी व्यक्ति का बुध ग्रह कमजोर हो जाए तो उसपर संकटों का पहाड़ टूट पड़ता है। माना जाता है की सुख-समृद्धि से परिपूर्ण जीवन की इच्छा रखने वाले लोगों को बुध ग्रह को सदैव प्रसन्न रखना चाहिए। बुध ग्रह न केवल व्यक्ति को सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण करता है बल्कि उन्हें मिर्गी, अस्थमा जैसी बीमारियों व त्वचा सम्बंधित समस्याओं से बचाता भी है। बुध ग्रह के शुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन में बहुत जरुरी होता है। इसलिए बुध ग्रह को सदैव खुश रखना चाहिए।
रविवार के दिन जगन्नाथ गंगा घाट के किनारें कराएं सूर्यनारायण नवग्रह शांति पाठ और पाएं ग्रहों के दुष्प्रभावों से निजात
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार बुध ग्रह बुद्धि, चतुराई, कुशाग्रता एवं उचित लेखन क्षमता का शासक माना गया है। बुधवार के दिन यदि सच्चे मन से बुध ग्रह की आराधना की जाए तो व्यक्ति को इन सभी गुणों की शक्ति प्रदान होती है। बुध ग्रह की कृपा प्राप्ति व उससे आ रहे अशुभ दोषों का विनाश करने के लिए बुध यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। उस दिन व्रत का संकल्प करके विधिवत विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए। विष्णु जी की आराधना से भक्तों को लक्ष्मी के आगमन का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। गंभीर बीमारियों का कोई भय नहीं रहता। त्वचा की जुड़ी दिक्कतें भी समाप्त हो जाती है। बुध ग्रह को प्रसन्न करने का अर्थ है सुखमय जीवन के दिनों का आगमन होना।
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