हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया होती है। इस दिन सभी शुभ और मांगलिक कार्य किया जाता है ।
ऐसा माना जाता है। कि इस दिन भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था ।
आज हम जानेगें ,इस बार कब है अक्षय तृतीया क्या है शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का महत्व बेहद विशेष है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन सोना-चांदी खरीदना खरीदना बेहद ही फलदायी माना जाता है। यह दिन विशेष फल प्रदान करने वाला माना गया है।
हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का महत्व बेहद विशेष है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन सोना-चांदी खरीदना खरीदना बेहद ही फलदायी माना जाता है। यह दिन विशेष फल प्रदान करने वाला माना गया है। इस दिन का पुराणों में भी विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इसी दिन से सतयुग का प्रारंभ हुई था। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।
अक्षय तृतीया की तिथि और शुभ मुहूर्त:
हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
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शुभ मुहूर्त:
तृतीया तिथि प्रारम्भ: 14 मई 2021, शुक्रवार, को 05 बजकर 38 मिनट से
तृतीया तिथि समाप्त: 15 मई 2021, शनिवार, को 07 बजकर 59 मिनट
अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त: 14 मई 2021 को सुबह 05 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक
अक्षय तृतीया का महत्व:
अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी महत्व माना गया है। इस दिन बिना पंचांग देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है।
इस दिन विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी जैसे कार्य किए जा सकते हैं। पुराणों में लिखा है कि इस दिन पितरों को किया गया तर्पण तथा पिन्डदान बेहद फलदायक होती है। इस दिन गंगा स्नान करने से तथा भगवत पूजन से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं ।
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