अधिक मास पूर्णिमा पर विष्णु सहस्त्रनाम के पाठ से दूर हो जाती है आर्थिक परेशानियां
इस साल इस संयोग की वजह से लीप ईयर और आश्विनी अधिक मास दोनों साथ ही पड़ रहे हैं । इस अधिक मास में 24 कई जगह 26 एकादशीयाँ होंगी और चार नहीं बल्कि पांच माह का चतुर्मास होगा । ज्योतिषयों का मानना है कि इस साल अधिक मास पूण्य का मास होगा और शुभ फल देने वाला मास होगा । सौर वर्ष सूर्य की गति पर निर्भर करता हैं और चंद्र वर्ष की गणना चंद्रमा की चाल से की जाती हैं । एक सौर वर्ष 365 दिन और 6 घंटे का होता हैं, जबकि एक चंद्र वर्ष में 354.36 दिन होते हैं । हर तीन साल बाद चंद्रमा के यह दिन एक माह बराबर हो जाते हैं। ज्योतिष विद्या की सही गणना के लिए तीन साल बाद चंद्रमास में एक अतिरिक्त मास जोड़ दिया जाता हैं , जिसे अधिक मास कहते हैं।
अपार धन की प्राप्ति के लिए अधिकमास की पूर्णिमा पर कराएं सामूहिक विष्णुसहस्त्रनाम अनुष्ठान - लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली: 1-अक्टूबर-2020
इस मास में भगवान के दीपदान की बहुत मान्यता हैं । इस माह में दान दक्षिणा जितना हो सके उतना करना चाहिए। इससे विशेष फल प्राप्त होगा और कष्टों से निजात मिलेगा। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' इस मंत्र का रोज़ 108 बार जाप करें,यह शुभ माना गया हैं ।
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