अधिक मास में कराएं भगवान विष्णु से जुड़ें महत्वपूर्ण दान, मिलेगा समस्त पापों से छुटकारा
इस बार अधिक मास में पद्मिनी एकादशी 27 सितंबर को है । पद्मिनी एकादशी की तिथि 26 सितंबर को शाम को 6:59 शुरू होगी और 27 सितंबर की शाम 7:46 पर खत्म होगी ।
पद्मिनी एकादशी पूजा विधि:-
- सुबह उठकर स्नान करके सफेद वस्त्र धारण करें । अगर पवित्र नदी में स्नान कर पाए तो वह बहुत ही अच्छा होगा।
- उसके बाद सूर्य भगवान को एक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल डालकर अर्पित करें । भगवान विष्णु से प्रार्थना करें और अपने व्रत का संकल्प लें ।
- अपने घर के मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और उसके ऊपर गंगाजल का छिड़काव करके उसको शुद्ध कर ले ।
- भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत ही प्रिय होता है इसलिए उन्हें पीले पुष्प और रोली चढ़ाएं।
- भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते भी अर्पित करें।
- भगवान विष्णु की मूर्ति के आगे दीपक जलाए और उनकी आरती करें। उसके साथ विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ जरूर पढ़ें । उसके बाद अगले दिन द्वादशी के दिन पारण मुहूर्त में व्रत को खोल ले ।
सोई हुई किस्मत जगाने का समय - अधिक मास की एकादशी पर कराएं 10 महादान - लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली : 27-सितम्बर-2020
इन बातों का विशेष ध्यान रखें:
जो भी व्यक्ति पद्मिनी एकादशी का व्रत रखता है उसको पूरे दिन नमक नहीं खाना चाहिए । ब्रह्मचर्य का जरूर पालन करना चाहिए | पद्मिनी एकादशी के दिन बिस्तर पर ना सोकर जमीन पर सोए । पद्मिनी एकादशी की रात को जागरण करें और भगवान की आराधना करें और अगले दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
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