myjyotish

6386786122

   whatsapp

8595527218

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Adhik Maas 2023: Adhik Maas is being made this year, know special things related to it

Adhik Maas 2023: इस साल बन रहा है अधिकमास का योग जानें इससे जुड़ी विशेष बातें

my jyotish expert Updated 22 Jun 2023 03:31 PM IST
Adhik Maas 2023: इस साल बन रहा है अधिकमास का योग जानें इससे जुड़ी विशेष बातें
Adhik Maas 2023: इस साल बन रहा है अधिकमास का योग जानें इससे जुड़ी विशेष बातें - फोटो : google
पंचांग गणना एवं काल गणना में समय की व्यवस्था को सुचारु रुप से चलाने के लिए ही अधिकमास की अवधारणा को स्थान मिला है. इस वर्ष अधिक मास का आरंभ 18 जुलाई से होगा और इसकी समाप्ति 16 अगस्त को होगी. अधिक मास में इस वर्ष सावन माह का समय होगा. समय कि स्थिति को अनुकूल रुप से बनाए रखने के लिए हर तीन साल में एक अतिरिक्त महीना जोड़ा जाता है, जिसे अधिक मास कहा जाता है. 

अब हर समस्या का मिलेगा समाधान, बस एक क्लिक से करें प्रसिद्ध ज्योतिषियों से बात 

अधिक मास में भगवान विष्णु की पूजा करना विशेष होता है. मान्यताओं के अनुसार इस मास पर श्री विष्णु भगवान कि विशेष कृपा रहती है अत: इस समय विष्णु पूजा द्वारा भक्त को कृपा प्राप्त होती है. इस मास में विष्णु पुराण, भागवत कथा आदि सुनने, व्रत, पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन करने से सुख शांति की प्राप्ति होती है.

कब शुरु होगा अधिक मास 
साल 2023 में अधिक मास 18 जुलाई मंगलवार से शुरू हो रहा है. इस बार अधिक मास सावन के महीने से जुड़ा है, इसलिए यह सावन अधिक मास है. सावन में अधिक मास जुड़ने से श्रावण मास 59 दिनों का हो गया है. अधिक मास को मल मास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. अधिक मास चातुर्मास से अलग है. अधिकमास एक महीने का होता है, जबकि चातुर्मास चार महीने का होता है.इस साल अधिक मास 18 जुलाई से शुरू हो रहा है और 16 अगस्त को समाप्त होगा. 
 
क्यों महत्वपूर्ण है अधिकमास 
सूर्य और चंद्रमा की गणना के आधार पर सौर कैलेंडर और चंद्र कैलेंडर के एक वर्ष में 11 दिनों का अंतर आ जाता है. इस अंतर को दूर करने के लिए एक अतिरिक्त महीना जोड़ा जाता है. जिसे अधिक मास के रुप में जाना जाता है. ऎसा करने से सभी व्रत त्यौहारों की स्थिति अनुकूल रुप से प्राप्त होती है. यह माह विशेष रुप से काल गणना को उचित रुप से बनाए रखने में सहायक होता है अत: इसक अमहत्व बहुत होता है. 

शनि जयंती पर शनि शिंगणापुर मंदिर में कराएं तेल अभिषेक 

अधिक मास के अन्य नाम 
अधिक मास को कई नामों से जाना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अधिक मास को मल मास भी कहते हैं तो कुछ अनुसार इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. इस माह के दौरान  कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है जैसे कि नामकरण, विवाह, यज्ञ, गृह प्रवेश आदि काम इस दौरान नहीं किए जाते हैं. इस माह को केवल जप तप जैसे कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना गया है.

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support


फ्री टूल्स

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X