10 सितम्बर 2021, आज का पंचांग, विक्रम संवत 2078, तिथि चतुर्थी, भाद्रपद, शुक्ल पक्ष का पंचांग यहाँ दिया गया है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार कोई भी शुभ काम करने से पहले मुहूर्त देखना ज़रूरी माना जाता है। चाहे कुछ ख़रीदना हो, शादी-ब्याह की बात शुरू करनी हो या घूमने जाना हो, शुभ मुहूर्त और योग देखे बिना कोई भी काम शुरू करना सही नहीं माना जाता है। हर रोज़ हम आपके लिए पंचांग के माध्यम शुभ के साथ अशुभ मुहूर्त की भी जानकारी लाते हैं ताकि आप बिना किसी अशुभ की आशंका के शुभ मुहूर्त पर अपना विशेष कार्य आरंभ कर उसे पूरा कर सकें और अशुभ मुहूर्त पर कोई भी कार्य आरंभ कर अपने काम को ख़राब होने से बचा सकें। आज गणेश चतुर्थी भी है तो आइए देखते हैं आज गणेश चतुर्थी के दिन शुभ-अशुभ मुहूर्त किस बेला पर हैं साथ ही राहु काल इत्यादि की जानकारी भी। इसके साथ ही जानें गणपति स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त की जानकारी।
काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा , अभी बुक करें
आज का पंचांग
तिथि |
चतुर्थी - 21:59:42 तक |
नक्षत्र |
चित्रा - 12:58:12 तक |
करण |
वणिज - 11:10:19 तक, विष्टि - 21:59:42 तक |
पक्ष |
शुक्ल |
योग |
ब्रह्म - 17:41:12 तक |
वार |
शुक्रवार |
आज का पंचांग- अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त |
08:33:09 से 09:23:07 तक, 12:43:00 से 13:32:58 तक |
कुलिक |
08:33:09 से 09:23:07 तक |
कंटक |
13:32:58 से 14:22:56 तक |
राहु काल |
10:44:19 से 12:18:01 तक |
कालवेला / अर्द्धयाम |
15:12:54 से 16:02:52 तक |
यमघण्ट |
16:52:50 से 17:42:48 तक |
यमगण्ड |
15:25:24 से 16:59:05 तक |
गुलिक काल |
07:36:56 से 09:10:38 तक |
आज का पंचांग- गणेश स्थापना हेतु शुभ मुहूर्त
रवि योग |
प्रातः05:51 से दोपहर 03:51 |
ब्रम्ह योग |
सूर्योदय से शाम 05:41 तक |
चौघड़िया अनुसार
चर |
प्रातः 05:51 से 07:29 |
लाभ |
प्रातः 07:29 से 09:02 |
अमृत |
प्रातः 09:02 से 10:35 |
शुभ |
दोपहर 12:09 से 01:42 |
चर |
शाम 04:48 से 06:21 |
लाभ |
रात 09:15 से 10:42 |
अभिजीत मुहूर्त |
प्रातः 11:44 से 12:33 |
लग्नानुसार
प्रातः 04:16 से 06:28 सिंह लग्न |
प्रातः 10:54 से 01:10 वृश्चिक लग्न |
शाम 05:03 से 06:36 कुंभ लग्न |
रात्रि 09:47 से 11:46 वृष लग्न |
वैसे तो गणेश चतुर्थी के दिन अबूझ मुहूर्त होता है इस दिन किसी भी मुहूर्त को नहीं देखा जाता ओर विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जो कि सबके विघ्नों को हरते है उनके पूजन में कौन विघ्न डाल सकता है। इस लिए गणेश जी की स्थापना हेतु पूरा दिन ही शुभ होता है।
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
सूर्योदय |
06:03:15 |
सूर्यास्त |
18:32:46 |
चन्द्र राशि |
तुला |
चन्द्रोदय |
09:11:59 |
चन्द्रास्त |
20:52:59 |
ऋतु |
शरद |
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत |
1943 प्लव |
विक्रम सम्वत |
2078 |
काली सम्वत |
5122 |
प्रविष्टा / गत्ते |
25 |
मास अमांत |
भाद्रपद |
मास पूर्णिमांत |
भाद्रपद |
दिन काल |
12:29:31 |
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