कृष्ण जन्माष्टमी पूजा के शुभ फल : -
भद्रापद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व पुरे देश में श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण का अभिषेक किया जाता है। साथ ही उनके भक्तों द्वारा उन्हें माखन मिश्री समेत अन्य 56 पकवानो का भोग अर्पण किया जाता है। मंदिरों में श्री कृष्ण के भजन - कीर्तन होते है। एवं भक्तों द्वारा इस दिन उपवास भी किया जाता है।
निम्न वस्तुओं से किया जाएगा श्री कृष्ण का अभिषेक :-
श्री कृष्ण अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करते है। उन्हें किसी प्रकार के दुःख का सामना नहीं करने देते है। माना जाता है की जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण की आराधना करने से जीवन में कभी दुःख नहीं भोगना पड़ता है। नन्दलाल का आशीर्वाद अपने भक्तों को सभी क्षेत्रों में सफल बनाता है साथ ही विरोधियों से उनकी रक्षा भी करता है।
हमारी सेवाएं :-
हमारे युगान्तरित पंडित जी द्वारा आपके नाम से बिहारी जी का विशेष पांच वस्तुओं से रात 12 बजे अभिषेक किया जायगा। तत पश्चात् उन्हें 56 भोग अर्पण किया जाएगा। पूजा से पूर्व संकल्प कराया जाएगा।
प्रसाद :
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