पूजा के शुभ फल :
हिन्दू धर्म में कुम्भ का समय बहुत ही पावन माना जाता है। कुम्भ के दौरान गंगा आरती एवं दीप दान का बहुत महत्व माना जाता है। गंगा के पावन तट पर 24 ब्राह्मण 24 वैदिक मंत्रों का उच्चारण करते हैं और 'गंगा आरती' करते हैं। कई स्थानों पर, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद देवताओं की झाकिया भी आयोजित की जाती हैं। भक्त अपने घरों को सजाते हैं और रंगीन रंगोली तैयार करते हैं। वर्षों से, गंगा किनारें यह उत्सव एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन गया है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार गंगा नदी की सदैव से ही पवित्र एवं पूजनीय माना गया है। कुम्भ का समय बहुत ही पावन माना जाता है इस दौरान गंगा आरती कर दीप दान करने से समस्त प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। कोई भी दुःख भक्तों के घर वास नहीं करता। समस्त विपदाओं एवं बाधाओं का निवारण प्राप्त होता है।
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अनुष्ठान से पहले हमारे युगान्तरित पंडित जी द्वारा फ़ोन पर आपको संकल्प करवाया जाएगा। तथा पंडित जी द्वारा पूर्ण विधि -विधान से पूजन संपन्न किया जाएगा।
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