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Home ›   Astrology Blog ›   Baglamukhi Jayanti: Learn the facts, worship methods and remedies related to the miraculous yantra of Maa Bagl

Baglamukhi Jayanti: जानें मां बगलामुखी के चमत्कारी यंत्र से जुड़े तथ्य, पूजा विधि तथा उपाय।

my jyotish expert Updated 02 May 2023 07:51 PM IST
Baglamukhi Jayanti: जानें मां बगलामुखी के चमत्कारी यंत्र से जुड़े तथ्य, पूजा विधि तथा उपाय।
Baglamukhi Jayanti: जानें मां बगलामुखी के चमत्कारी यंत्र से जुड़े तथ्य, पूजा विधि तथा उपाय। - फोटो : google

हिंदू धर्म में मां बगलामुखी की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. शक्ति की साधना में जिस मां बगलामुखी को तंत्र की देवी के रूप में पूजा जाता है आज उनकी जयंती है. देवी बगलामुखी की पूजा साधक के सभी प्रकार के कष्टों को दूर करके उसे विजय का वरदान देती है. 

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हिंदू मान्यता के अनुसार मां बगलामुखी एक ऐसी देवी हैं, जिनकी विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्त की झोली पलक झपकते खुशियों से भर जाती है. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति मां बगलामुखी जयंती के दिन विधि-विधान से उनके यंत्र को अपने पूजा घर में स्थापित करके प्रतिदिन पूजा करता है तो उसे मनचाहा वरदान मिलता है.

बगलामुखी की पूजा में यंत्र और मंत्र का महत्व
हिंदू मान्यता के अनुसार देवी बगलामुखी की पूजा में मंत्र और यंत्र का बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में साधक को बगलामुखी जयंती के पावन पर्व पर अपने पूजा घर में बगलामुखी यंत्र को स्थापित करवाना चाहिए. बगलामुखी यंत्र को किसी योग्य कर्मकांडी पंडित के जरिए पूरी विधि-विधान से स्थापित करवाना चाहिए. 

मान्यता है कि जो साधक प्रतिदिन सिद्ध बगलामुखी यंत्र की पूजा करते हुए ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु मंत्र का जप करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उसके शत्रुओं का नाश होता है.

बगलामुखी यंत्र की पूजा विधि
मां बगलामुखी और उनकी पूजा के लिए कुछेक नियम बताए गये हैं, जैसे मां बगलामुखी की पूजा में पीले रंग का बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में साधक को मां बगलामुखी की मूर्ति या यंंत्रकी पूजा करते समय पीले रंग का वस्त्र पहनकर पीले रंग के आसन पर बैठकर ही पूजा करनी चाहिए. 

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मां बगलामुखी के मंत्र का जप भी पीली हल्दी की माला से करने का विधान है. मान्यता है कि यदि मां बगलामुखी की पूजा रात को 10 से भोर में 4 बजे के बीच ही करना चाहिए.

बगलामुखी यंत्र की पूजा का उपाय

जिस प्रकार मां बगलामुखी की पूजा रात्रि के समय बहुत ज्यादा फलदायी मानी गई है, उसी प्रकार बगलामुखी यंत्र यदि सोने का बना हो तो वह बहुत ज्यादा शुभ होता है. 

ऐसे में यदि संभव हो तो स्वर्ण निर्मित यंत्र की साधना करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर देवी की पूजा का फल कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है और उसकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होती है.
 
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