आचार्य सारांश जी को बचपन से ही ज्योतिष शास्त्र में गहरी रुचि थी। वे बचपन में ही अंतर्ज्ञान शक्ति के माध्यम से कई सही भविष्यवाणियां कर चुके हैं। उन्होंने किशोरावस्था से ज्योतिष सीखना शुरू किया और आचार्य की पदवी हासिल की। कुंडली विशेषज्ञ बनने के बाद उन्होंने इस्टीट्यूट ऑफ़ पॉल्मिस्ट्री से हस्त रेखा विज्ञान की पढ़ाई पूर्ण की और हस्त रेखा विशेषज्ञ बने।
अनुभव
- 3 साल से अधिक समय से ज्योतिषी के रूप में लोगों की भलाई कर रहे हैं और अपने ज्योतिष ज्ञान से अनेक लोगों को लाभ पहुंचा चुके हैं।
उपलब्धियां
- उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी द्वारा आचार्य सारांश जी को डिवाइन प्रॉडिजी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह (दक्षिणी दिल्ली) के द्वारा 2017 एवं 2018 में श्रेष्ठ ज्योतिषाचार्य का अवार्ड मिला।
- एस्ट्रोरेमेडी से 2018 में सम्मान पत्र प्राप्त हुआ।
- टीयर्स चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा 2017 एवं 2018 में भी सम्मान पत्र दिया गया।