हमारे देश में समय-समय पर अनेक त्यौहार व पर्व मनाए जाते हैं इनमें से एक पर्व है गणेश चतुर्थी का पर्व है। यह सनातन धर्म से ही महत्वपूर्ण पर्व है। हिंदू महीनों के अनुसार प्रतिवर्ष भाद्रपद मास शुक्ल की चतुर्थी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था जिस के उपलक्ष में यह पर्व मनाया जाता है। तथा इसी दिन गणपति जी की विधि विधान पूर्वक पूजा की जाती है। उन्हें पूरी श्रद्धा से गणेश चतुर्थी के दिन घर में विराजमान किया जाता है। तथा उनकी सुबह शाम पूजा की जाती है और उनकी प्रिय सामग्री का भोग लगाया जाता है। जो उन्हें बेहद ही पसंद है। ऐसे में उनकी पूजा में इन सामग्री को शामिल करने से व्यक्ति को गणपति जी की कृपा प्राप्त होती है। यह चीजें है:-मोदक, मोतीचूर के लड्डू, बेसन के लड्डू, केला, गुड़, मूंग की दाल का हलवा, खीर, और गुड़ से बने मोदक। तथा गणेश चतुर्थी की अवधि में इनमें से किसी भी सामग्री का भोग लगा सकते है। यदि आप अपनी राशि के अनुसार भगवान गणेश को भोग लगाते हैं आप को मनवांछित फल प्राप्त होगा और आपका जीवन सुखद सुमंगलदायक होगा। परंतु कुछ सामग्री को गणेश जी की पूजा में शामिल नहीं करते जैसे तुलसी, टूटे चावल, सफेद कपड़े, सफेद जनेऊ इत्यादि।
इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021